LASIK (Laser-Assisted in Situ Keratomileusis) सर्जरी एक लोकप्रिय और प्रभावी तरीका है, जो दृष्टि सुधारने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस सर्जरी के बाद ठीक होने का समय आमतौर पर बहुत तेज़ होता है, लेकिन यदि आप चाहते हैं कि आपकी रिकवरी जल्दी और सुरक्षित तरीके से हो, तो कुछ महत्वपूर्ण देखभाल की टिप्स का पालन करना आवश्यक है। यदि आप दिल्ली में LASIK सर्जरी करवा रहे हैं, तो इस लेख में बताए गए Post-LASIK Surgery Care Tips आपकी सर्जरी के बाद के दौर को सहज और तेज़ बना सकते हैं।
LASIK सर्जरी के बाद एक महत्वपूर्ण सुझाव है कि आप अपनी आंखों को न रगड़ें। भले ही आपको हल्की जलन या खुजली महसूस हो, अपनी आंखों को रगड़ने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे कोर्निया (cornea) की ठीक हो रही परत को नुकसान पहुंच सकता है। सर्जरी के बाद, आपकी आंखों में थोड़ी असुविधा महसूस हो सकती है, लेकिन यह सामान्य है और समय के साथ यह आरामदायक हो जाएगा।
आपकी आंखों को रगड़ने से संक्रमण का भी खतरा बढ़ सकता है, इसलिए सुरक्षात्मक गॉग्लस या protective eye shields पहनने की सलाह दी जाती है, खासकर रात में सोते समय, ताकि आपकी आंखें खुद-ब-खुद रगड़ी न जाएं।
सर्जरी के बाद, डॉक्टर आपको आंखों की ड्रॉप्स या दवाइयाँ देंगे जो आपकी आंखों की सूजन, संक्रमण और सूखापन को रोकने में मदद करती हैं। ये ड्रॉप्स विशेष रूप से एंटीबायोटिक ड्रॉप्स और सूजन कम करने वाली ड्रॉप्स हो सकती हैं।
इन ड्रॉप्स का सही तरीके से और डॉक्टर की सलाह के अनुसार इस्तेमाल करना बहुत ज़रूरी है। आमतौर पर, आपको दिन में कई बार ड्रॉप्स का उपयोग करने के लिए कहा जाएगा। यदि आपको कोई असुविधा महसूस होती है या ड्रॉप्स से संबंधित कोई समस्या होती है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
सर्जरी के बाद, आपकी आंखों में थोड़ी संवेदनशीलता हो सकती है, और धूल, गंदगी, या प्रदूषण से बचना जरूरी है। दिल्ली जैसे बड़े शहर में प्रदूषण की समस्या अधिक हो सकती है, इसलिए आपको सूरज की तेज़ रोशनी, हवा, धूल, या किसी भी अन्य बाहरी तत्वों से अपनी आंखों को बचाने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।
यहां तक कि बाहर जाते समय सुरक्षात्मक चश्मे का उपयोग भी मददगार हो सकता है। डॉक्टर आमतौर पर आपको गर्मी, धूल और तेज़ हवा से बचने की सलाह देंगे।
सर्जरी के बाद, आपकी आंखों को पूरी तरह से ठीक होने का समय चाहिए। इस दौरान, आपको कठोर शारीरिक गतिविधियों, भारी व्यायाम, या खेलों से बचने की सलाह दी जाती है। इन गतिविधियों से आंखों में दबाव पड़ सकता है और इससे सर्जरी के परिणामों पर असर पड़ सकता है।
सर्जरी के पहले महीने के दौरान, व्यायाम जैसे तैराकी, ज़ोरदार दौड़ना या वजन उठाना से बचें। डॉक्टर आमतौर पर आपको 1-2 सप्ताह तक किसी भी प्रकार की शारीरिक गतिविधियों से बचने की सलाह देते हैं।
सर्जरी के बाद, आंखों का अधिक उपयोग जैसे कि लंबे समय तक कंप्यूटर, मोबाइल फोन, या किताबें पढ़ने से बचना चाहिए। इस समय के दौरान आपकी आंखों को पूरी तरह से आराम की आवश्यकता होती है। अत्यधिक स्क्रीन टाइम से आपकी आंखों में सूखापन और तनाव हो सकता है, जो ठीक होने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है।
आपको पार्टी टाइम या टीवी देखने का समय सीमित करना चाहिए। यदि आपको ज्यादा स्क्रीन देखने की आवश्यकता हो, तो बीच-बीच में ब्रेक लें और अपनी आंखों को आराम दें।
हाइड्रेशन की कमी से आंखों में सूखापन बढ़ सकता है, जिससे सर्जरी की रिकवरी में रुकावट आ सकती है। इसलिए आपको प्रत्येक दिन पर्याप्त पानी पीना चाहिए। इससे आपकी आंखों में नमी बनी रहती है और सूखापन कम होता है।
साथ ही, आपको स्वस्थ और संतुलित आहार का पालन करना चाहिए। विटामिन A, C, और E जैसे पोषक तत्वों से भरपूर आहार आंखों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड, गाजर, पालक, और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियाँ आपकी आंखों की ताजगी बनाए रखने में मदद कर सकती हैं।
सर्जरी के बाद नियमित चेक-अप्स बहुत जरूरी हैं। इन चेक-अप्स के माध्यम से आपका डॉक्टर यह सुनिश्चित करेगा कि आपकी आंखें ठीक से ठीक हो रही हैं और कहीं कोई समस्या तो नहीं हो रही। पहले हफ्ते, फिर एक महीने बाद और बाद में तीन से छह महीने बाद आपको डॉक्टर के पास चेक-अप के लिए जाना चाहिए।
डॉक्टर आपकी आंखों की स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और आपको सही उपचार की दिशा में मार्गदर्शन देंगे। नियमित चेक-अप्स यह सुनिश्चित करेंगे कि आपकी आंखों की सर्जरी के बाद कोई समस्या न हो।
सर्जरी के बाद, आपकी आंखें कुछ समय के लिए अधिक संवेदनशील हो सकती हैं, विशेष रूप से तेज़ सूर्य की रोशनी से। इसलिए, आपको बाहर निकलने से पहले स्ट्रॉन्ग सनग्लासेस पहनने चाहिए, ताकि आपकी आंखें सूरज की तेज़ रोशनी से बच सकें।
इसके अलावा, सूर्य के सीधे संपर्क में आने से बचें क्योंकि इससे आपकी आंखों में जलन, सूजन, और अन्य परेशानियाँ हो सकती हैं।
सर्जरी के बाद, आपको अपनी आंखों को छूने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा हो सकता है। संक्रमण से बचने के लिए हमेशा हाथ धोकर ही अपनी आंखों को छूएं, और इस बात का ध्यान रखें कि आपकी आंखें स्वच्छ और सुरक्षित रहें।
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